नेशनल डेस्क. नागरिकता संशोधन बिल के विरोध में रविवार को दिल्ली की जामिया यूनिवर्सिटी में उग्र विरोध प्रदर्शन हुआ, जिसके बाद हुई पुलिस कार्रवाई में 100 से ज्यादा छात्र जख्मी हो गए। कांग्रेस, आम आदमी पार्टी, समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी समेत लगभग सभी विपक्षी दलों के नेताओं ने इस पुलिस कार्रवाई का विरोध किया है। कांग्रेस नेता प्रियंका वाड्रा ने ट्वीट करते हुए सरकार को कायर बताया साथ ही लिखा कि वो जनता की आवाज से डरती है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्विटर पर लिखा, 'क्या पूरे देश को हिंसा में फूँक देना ही क्या आज के सत्ताधारियों का असली ‘गुजरात मॉडल’ है।
बसपा सुप्रीमो मायावती ने हिंसा के लिए जिम्मेदार दोषियों को जल्द दंडित करने की। हालांकि भाजपा नेताओं ने हिंसक विरोध पर सवाल खड़े किए। जामिया मिलिया यूनिवर्सिटी में रविवार को प्रदर्शनकारियों ने 4 बसों समेत 8 वाहन फूंक दिए थे।
प्रियंका ने कहा- सरकार कायर है
पुलिस कार्रवाई के विरोध में प्रियंका वाड्रा ने ट्वीट करते हुए लिखा, 'देश के विश्वविद्यालयों में घुस घुसकर विद्यार्थियों को पीटा जा रहा है। जिस समय सरकार को आगे बढ़कर लोगों की बात सुननी चाहिए, उस समय भाजपा सरकार उत्तर पूर्व, उत्तर प्रदेश, दिल्ली में विद्यार्थियों और पत्रकारों पर दमन के जरिए अपनी मौजूदगी दर्ज करा रही है। यह सरकार कायर है। #Shame'
जनता की आवाज़ से डरती है। इस देश के नौजवानों, उनके साहस और उनकी हिम्मत को अपनी खोखली तानाशाही से दबाना चाहती है। यह भारतीय युवा हैं, सुन लीजिए मोदी जी, यह दबेगा नहीं, इसकी आवाज़ आपको आज नहीं तो कल सुननी ही पड़ेगी।
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) December 15, 2019
अखिलेश ने पूछा- क्या यही असली ‘गुजरात मॉडल’ है
जामिया में हुई घटनाओं के विराध में ट्वीट करते हुए अखिलेश यादव ने लिखा, 'जिस प्रकार जामिया मिलिया के छात्र-छात्राओं से बर्बरतापूर्ण हिंसा हुई है और विद्यार्थी अभी भी फँसे हुए हैं, ये बेहद निंदनीय है। पूरे देश को हिंसा में फूँक देना ही क्या आज के सत्ताधारियों का असली ‘गुजरात मॉडल’ है.
जिस प्रकार जामिया मिलिया के छात्र-छात्राओं से बर्बरतापूर्ण हिंसा हुई है और विद्यार्थी अभी भी फँसे हुए हैं, ये बेहद निंदनीय है.
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) December 15, 2019
पूरे देश को हिंसा में फूँक देना ही क्या आज के सत्ताधारियों का असली ‘गुजरात मॉडल’ है.
मायावती ने शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील की
बसपा सुप्रीमो मायावती ने भी इस मसले को लेकर एक के बाद एक तीन ट्वीट किए। जिनमें उन्होंने लिखा, 'नए नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में की गई हिंसा में पहले उत्तर प्रदेश की अलीगढ़ व फिर जामिया यूनिवर्सिटी में तथा पूरे जामिया क्षेत्र में भी जो काफी बेकसूर छात्र व आमलोग शिकार हुए हैं यह अति दुर्भाग्यपूर्ण है तथा पार्टी पीड़ितों के साथ है।' 'ऐसे में उ.प्र. व केन्द्र सरकार को चाहिए कि वे इन वारदातों की उच्च स्तरीय न्यायिक जांच कराएं और उनके मूल दोषी किसी भी कीमत पर बचने नहीं चाहिये तथा पुलिस व प्रशासन को भी निष्पक्ष रूप में कार्य करना चाहिए। 'वरना यह आग पूरे देश में व खासकर शिक्षण संस्थानों में भी काफी बुरी तरह से फैल सकती है। साथ ही, सभी साम्प्रदायों से यह भी अपील है वे शान्ति-व्यवस्था को बनाये रखें।'
1. नए नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में की गई हिंसा में पहले उत्तर प्रदेश की अलीगढ़ व फिर जामिया यूनिवर्सिटी में तथा पूरे जामिया क्षेत्र में भी जो काफी बेकसूर छात्र व आमलोग शिकार हुए हैं यह अति दुर्भाग्यपूर्ण है तथा पार्टी पीड़ितों के साथ है।
— Mayawati (@Mayawati) December 16, 2019
नकवी ने लिखा, 'हिंसा किसी सवाल का समाधान नहीं'
केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने अपने ट्वीट में लिखा, 'अहिंसा के देश में हिंसा किसी सवाल का समाधान नहीं। शान्ति, अमन वक़्त की जरूरत है। पुश्तों से भारतीय नागरिकों की नागरिकता पर कोई खतरा , सवाल नहीं।'
अहिंसा के देश में हिंसा किसी सवाल का समाधान नहीं।शान्ति, अमन वक़्त की जरूरत है। पुश्तों से भारतीय नागरिकों की नागरिकता पर कोई खतरा , सवाल नहीं ।
— Mukhtar Abbas Naqvi (@naqvimukhtar) December 15, 2019
तेजस्वी बोले- बदनाम करने के लिए हुई हिंसा
लालू प्रसाद यादव के बेटे और राजद नेता तेजस्वी यादव ने आंदोलन को शांतिपूर्ण बताते हुए ट्विटर पर लिखा, 'जामिया के साथियों, आपने अपना प्रतिरोध शांतिपूर्ण और संवैधानिक रखा है। आपको समर्थन व ज़िंदाबाद। प्रायोजित तरीके से आपके आंदोलन को बदनाम करने की कोशिश हुई है। ऐसे तत्वों को चिन्हित करिए। दिल्ली पुलिस के साथियों, ये आपके ही साथी है जो मुल्क और संविधान की हिफाज़त के लिए सड़कों पर है।'
जामिया के साथियों, आपने अपना प्रतिरोध शांतिपूर्ण और संवैधानिक रखा है। आपको समर्थन व ज़िंदाबाद। प्रायोजित तरीके से आपके आंदोलन को बदनाम करने की कोशिश हुई है।ऐसे तत्वों को चिन्हित करिए।
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) December 15, 2019
दिल्ली पुलिस के साथियों, ये आपके ही साथी है जो मुल्क और संविधान की हिफाज़त के लिए सड़कों पर है।
सिसोदिया ने हिंसा के पीछे साजिश का आरोप लगाया
आम आदमी पार्टी के नेता और दिल्ली सरकार में उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कई ट्वीट किए, जिनमें उन्होंने इस हिंसा के पीछे भाजपा और पुलिस पर आरोप लगाया। अपने एक ट्वीट में उन्होंने एक वीडियो क्लिप शेयर करते हुए लिखा, 'पुलिस मीडिया के आने से पहले तैयारी कर रही है ताकि बाद में दिखाया जा सके कि देखो प्रदर्शनकारी छात्रों ने कितने वाहन तोड़ डाले...'
पुलिस मीडिया के आने से पहले तैयारी कर रही है ताकि बाद में दिखाया जा सके कि देखो प्रदर्शनकारी छात्रों ने कितने वाहन तोड़ डाले... https://t.co/t1WmWdqqSk
— Manish Sisodia (@msisodia) December 15, 2019
संजय झा ने लिखा भारत उनके साथ खड़ा है
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता संजय झा ने छात्रों पर पुलिस कार्रवाई का विरोध करते हुए ट्विटर पर लिखा, 'जब आप अपने युवा छात्रों से देश के दुश्मनों की तरह व्यवहार करने लगते हो तो आप राष्ट्र की आत्मा को नष्ट कर देते हो। लेकिन इससे अन्याय के खिलाफ लड़ाई का उनका संकल्प और भी मजबूत हो जाता है। क्योंकि आप उनके स्वतंत्रता के अधिकार का गला नहीं घोंट सकते और वे अकेले नहीं है, भारत उनके साथ खड़ा है। #Jamia #JNU #AMU'
When you treat your young students as enemies of the state you destroy the soul of a nation. But they will be more strengthened in their resolve to fight injustice. Because you cannot asphyxiate their feeedom to be. And they are not alone. India stands by them.#Jamia #JNU #AMU
— Sanjay Jha (@JhaSanjay) December 15, 2019
आज की ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए दैनिक भास्कर ऍप डाउनलोड करें
source /national/news/delhi-jamia-millia-islamia-university-protests-social-media-reactions-akhilesh-yadav-asaduddin-owaisi-shashi-tharoor-mayawati-manish-sisodia-sanjay-jha-126305283.html
No comments:
Post a Comment
thank for comment